लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को राजस्थान में मतदान होना है। मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस में है। बीजेपी ने इस बार राजस्थान में पांच महिला उम्मीदवारों पर दांव खेला है। बीजेपी जी सभी महिला उम्मीदवार अपने विरोधियों को कड़ी टक्कर दे रही है।

पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान से तीन महिला उम्मीदव रंजीता कोली, दिया कुमारी और जसकौर मीना को मौका दिया था। इस बार बीजेपी ने नागौर से ज्योति मिर्धा, जयपुर शहर से मंजू शर्मा, राजसमंद से महिमा कुमारी सिंह, धौलपुर से इंदू देवी जाटव और गंगानगर से प्रियंका बालन को मैदान में उतारा है।

नागौर से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रही ज्योति मिर्धा का संबंध पुराने राजनीतिक परिवार से है। नागौर को राजस्थान की जाट राजनीति का गढ़ माना जाता है। ज्योति के पिता नत्थू राम मिर्धा राजस्थान की जाट राजनीति के पुरोधा रहे है। लेकिन ज्योति के राजनीतिक सितारे अच्छे नहीं रहे है। 2009 में डा ज्योति मिर्धा कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीती थी। लेकिन 2014 और 2019 में डा ज्योति को हार का सामना करना पड़ा था। इस बार मोदी लहर के चलते डा ज्योति की जीत की अच्छी संभावना है। ज्योति मिर्धा ने जयपुर के एसएमएस कालेज से मेडिकल साइंस की पढ़ाई की है।

जयपुर शहर से बीजेपी ने मंजू शर्मा को मैदान में उतारा है। मंजू बीजेपी के पूर्व प्रदेश प्रधान भंवर लाल शर्मा की बेटी है। भंवर लाल शर्मा की मौत के बाद पार्टी ने मंजू शर्मा को हवामहल विधानसभा सीट से टिकट दिया था। लेकिन मंजू कांग्रेस के बृजकिशोर शर्मा से सिर्फ 580 वोटों से चुनाव हार गई थी। बीजेपी ने एक बार फिर मंजू शर्मा को जयपुर शहर लोकसभा से अवसर दिया है। 

बीजेपी ने राजसमंद लोकसभा सीट से नए चेहरे महिमा कुमारी सिंह को मैदान में उतारा है। महिमा कुमारी राजसमंद राज घराने की बहु है। महिमा के पति विश्वराज सिंह मेवाड़ इस समय नाथद्वारा से विधायक है। महिमा कुमारी भले ही राजनीति में नईं है, लेकिन सामाजिक गतिविधियों में हमेशा उनकी सक्रिय भागीदारी रहती है।

करौली धौलपुर लोकसभा सीट से बीजेपी ने इंदू देवी जाटव को मौका दिया है। इंदू देवी एक साधारण कार्यकर्ता है। 2015 में इंदू देवी करौली पंचायत समिति की बिना विरोध प्रधान चुनी गई थी। बीजेपी ने दो बार के सांसद मनोज राजोरिया का टिकट काट कर इंदू देवी जाटव को मैदान में उतारा है। 

श्री गंगानगर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी की उम्मीदवार प्रियंका बालन भी चर्चा में है। पार्टी ने पांच बार के सांसद निहाल चंद चौहान की जगह प्रियंका बालन को अवसर दिया है। प्रियंका बालन गंगानगर जिले का जाना पहचाना नाम है। वह अनूपगढ़ नगर परिषद की प्रधान है और पार्टी के कई पदों पर रह चुकी है। 2013 में प्रियंका को अनूपगढ़ विधानसभा सीट से टिकट दिया गया था। लेकिन उम्र कम होने के कारण चुनाव नहीं लड़ सकी थी। प्रियंका अपने विरोधी कांग्रेस के कुलदीप इंदौरा पर काफी भारी दिख रही है।

2029 में महिला आरक्षण लागू होना है। बीजेपी ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। पिछली बार लोकसभा का चुनाव जीतने वाली दीया कुमारी इस समय राजस्थान की उप मुख्यमंत्री है। 18 वीं लोकसभा में बीजेपी द्वारा उतारी गई महिला ब्रिगेड का प्रदर्शन देखना दिलचस्प होगा।