विहार के मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में चौथे चरण में 13 मई को मतदान होना है।

राष्ट्रीय लोकदल ने मुंगेर से बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनिता देवी महतो को मैदान में उतारा है। अनिता देवी मार्च में उस समय चर्चा में आई थी, जब उसने 62 साल के अशोक महतो से शादी की थी। अनिता देवी अपने पति अशोक महतो से काफ़ी छोटी है। अशोक महतो बिहार के बहुचर्चित नवादा जेल ब्रेक मामले में 17 साल की सजा काट चुके है। अशोक महतो पर ही वेब सीरीज खाकी द बिहार चैप्टर बनी थी। अशोक महतो से शादी के बाद ही अनिता देवी ने आरजेडी की सदस्यता ली थी। गंभीर मामलों में सजायाफ्ता होने के कारण पार्टी अशोक महतो को टिकट नहीं दे सकती थी। इसलिए अनिता देवी को टिकट दिया गया है। अनिता देवी हर रोज सुबह दस बजे प्रचार के लिए निकल जाती है। उनके साथ युवाओ के इलावा बड़ी उम्र के कार्यकर्ता भी होते है। प्रचार अभियान के दौरान इस बात का खास ध्यान रखा जाता है कि आदर्श संहिता का अतिक्रमण न हो। अनिता देवी पर आरोप है कि उसने चुनाव लड़ने के लिए अशोक महतो से शादी की है।

मूल रूप से लखीसराय की अनिता देवी पेशे से फार्मासिस्ट है। शादी से पहले वह नई दिल्ली के उत्तर रेलवे अस्पताल में चीफ फार्मासिस्ट थी। अशोक महतो अलग से मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में अनिता देवी का प्रचार कर रहे है। 

मुंगेर में मुख्य मुकाबला जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और अनिता देवी के बीच है। मुंगेर को भूमिहार बहुल सीट माना जाता है। 2009 में परिसीमन के बाद मुंगेर से भूमिहार ही चुनाव जीतते आ रहे है। राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीब माना जाता है। यही कारण है कि ललन सिंह के नामांकन दाखिल करने के समय दोनो डिप्टी सीएम  विजय सिंह और सम्राट चौधरी नजर आए। ललन सिंह मुंगेर के सिटिंग एमपी है। 2019 में राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मुंगेर से बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को हराया था। इस बार नीलम देवी भी ललन सिंह के समर्थन में है। 2009 और 2019 में मुंगेर ललन सिंह को सफलता मिली थी। 2014 में ललन सिंह को बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी नीलम देवी से पराजय मिली थी। नीलम देवी लोक जन शक्ति पार्टी की उम्मीदवार थी।

 अशोक महतो की नवविवाहित पत्नी अनिता देवी की ओर से ललन सिंह की कड़ी टक्कर दी जा सकती है। 1990 और 2000 के बीच अशोक महतो को केंद्रीय बिहार का सबसे बड़ा गुंडा माना जाता था। नवंबर 2023 में अशोक महतो नवादा जेल ब्रेक केस में सजा पूरी होने के बाद वापिस आई तो उसकी नजर लोकसभा चुनाव पर थी। लेकिन कानूनी पाबंदी के चलते अशोक महतो चुनाव नहीं लड़ सकते थे। आखिर अशोक महतो अपनी नई नवेली पत्नी अनिता देवी के साथ आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पास पहुंच गए। लालू यादव ने उनको आशीर्वाद के साथ मुंगेर का टिकट भी दे दिया। टिकट मिलने के बाद अनिता देवी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद गरीब और वंचित लोगों के हक में काम करना उनकी प्राथमिकता होगी। ऐसा कब होता है कि किसी को शादी के बाद मुंह दिखाई में लोकसभा की टिकट मिल जाए। अनिता देवी कहती है कि वह दिल्ली में फार्मासिस्ट के रूप में खुश थी। अचानक सब कुछ ऐसे हुआ जैसे ऊपर से फिक्स हो।

मुंगेर में इस बार लल्लन सिंह कि राह आसान नहीं है। अशोक महतो और अनिता देवी ने मुंगेर के जातीय समीकरण बिगाड़ दिए है। अशोक महतो ओबीसी है और अनिता देवी धानक बिरादरी से है। इसके चलते निचली और पिछड़ी जातियों के वोट अनिता देवी को मिल सकते है। ऐसे में मुंगेर में ललन सिंह और अनिता देवी में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।