गुना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रचार में उनकी पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया भी उतर गई है। 2019 में ज्योतिरादित्य कांग्रेस की टिकट पर गुना से चुनाव हार गए थे। बीजेपी ने एक बार फिर उनको गुना से मौका दिया है।

कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आने वाले ज्योतिरादित्य राजे सिंधिया इस समय राज्य सभा के सदस्य है। नरेंद्र मोदी सरकार में सिंधिया नागरिक उड्डयन मंत्री है। ज्योतिरादित्य राजे मोदी केबिनेट के सबसे अमीर मंत्री है। ज्योतिरादित्य के पिता माधव राव सिंधिया और मां माधवी राजे सिंधिया का संबंध राज घराने से था। ज्योतिरादित्य का घर ग्वालियर में है जिसे जय विलास और सिंधिया पेलेस के नाम से जाना जाता है। इस महल की कीमत चार हजार करोड़ रुपए है।

जय विलास का निर्माण 1874 में करवाया गया था। इस महल के चार सौ कमरे है। इनमे से 35 कमरे सिंधिया परिवार से संबंधित संग्रहालय को दिए गए है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की कुल संपत्ति 380 करोड़ रुपए है। 

ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी राजे का संबंध गुजरात के गायकवाड राज घराने से है। प्रियदर्शनी के पिता संग्राम सिंह गायकवाड बड़ौदा के अंतिम शासक प्रताप सिंह गायकवाड के पुत्र है। प्रियदर्शनी की मां आशा राजे गायकवाड का संबंध नेपाल के राजघराने से है। प्रियदर्शनी ने मुंबई के कांवेंट आफ जीसस एंड मैरी से स्कूली शिक्षा ग्रहण की है जिसे अब फोर्ट कांवेंट के नाम से जाना जाता है। मुंबई के सोफिया कालेज फार वूमेन से भी प्रियदर्शनी की पढ़ाई हुई है। ज्योतिरादित्य ने पहली मुलाकात में ही प्रियदर्शनी को पसंद कर लिया था। 1994 में उनकी शादी परिवार की सहमति से हुई थी। उनके एक बेटा आर्यमन और बेटी अनन्या है। सिंधिया परिवार अपनी शाही जीवन शैली के लिए हमेशा चर्चा में रहता है। 

गुना सिंधिया परिवार की खास सीट है। यहां से ज्योतिरादित्य की दादी विजया राजे सिंधिया और पिता माधव राव सिंधिया चुनाव जीत कर लोकसभा में पहुंचते रहे है। ज्योतिरादित्य ने 2002 से 2014 तक कांग्रेस की टिकट पर गुना से चार चुनाव जीते थे। 2019 में ज्योतिरादित्य गुना से बीजेपी के कृष्ण पाल यादव से चुनाव हार गए थे। ज्योतिरादित्य को राहुल की खास युवा ब्रिगेड में समझा जाता था। लेकिन कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी के चलते सिंधिया बीजेपी में आ गए। इस समय ज्योतिरादित्य राज्यसभा के सदस्य और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री है। बीजेपी ने एक बार ज्योतिरादित्य को गुना से मैदान में उतारा है। सोमवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ उनकी मां माधवी राजे और पत्नी प्रियदर्शनी भी थी। 

पिछले चुनाव की हार के बाद सिंधिया परिवार ने गुना को अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। महल के राजसी ठाठ छोड़ कर प्रियदर्शनी राजे ने गांवों में चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। बुधवार को बामोरी विधानसभा क्षेत्र में गांव म्याना में प्रियदर्शनी ने महिलाओं से संवाद किया। इस मौके पर महिलाओं ने प्रियदर्शनी को सत्तू भी खिलाया। गुना में नारी शक्ति सम्मेलन में प्रियदर्शनी ने बुजुर्ग महिलाओं को दोनो हाथ जोड़ कर प्रणाम किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। महिलाओं में प्रियदर्शनी के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी रहती है। पत्रकारों ने प्रियदर्शनी से यादव कार्ड के बारे में पूछा तो उसने जबाव दिया हमसे राजनीति की बात मत करो। ज्योतिरादित्य का बेटा आर्यमन भी चुनाव प्रचार में हिस्सा ले रहा है। 

 गुना में एक बार फिर सिंधिया बनाम यादव का कार्ड खेला गया है। कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य के सामने यादवेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया है। यादवेंद्र यादव पहले बीजेपी में ही थे। मध्य प्रदेश की इस हाई प्रोफाइल सीट पर आने वाले दिनों में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है।