राजस्थान के बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की काफी किरकिरी हो रही है। कांग्रेस ने नामांकन वापसी से पहले  भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा कर दी थी। लेकिन नामांकन वापसी के दिन कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद डामोर गायब हो गए थे। पूरा दिन कांग्रेस के अधिकारी अरविंद डामोर को फोन करते रहे। लेकिन फोन बंद आ रहा था। इसके चलते अरविंद डामोर का नामांकन वापिस नहीं हो सका और पार्टी की स्थिति खराब हो रही है।  

बता दे कि अरविंद डामोर ने 4 अप्रैल को बांसवाड़ा से भारी गफलत के बीच नामांकन पत्र दाखिल किया था। 7 अप्रैल को कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी के साथ गठबंधन करने की घोषणा कर दी। 8 अप्रैल को नामांकन पत्र वापिस उठाने की आखरी तारीख थी। राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि कांग्रेस ने बांसवाड़ा की सीट भारत आदिवासी पार्टी के लिए छोड़ने का फैंसला लिया है।

नामांकन पत्र वापसी के समय कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद डामोर लापता हो गए। बार बार फोन भी किया गया। लेकिन अरविंद का फोन बंद था। इसके चलते कांग्रेस की काफी किरकिरी हुई है। जयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए राजस्थान कांग्रेस के प्रधान गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि नामांकन वापिस न लेने से कुछ नहीं होगा। अरविंद का नामांकन,  खारिज हो जायेगा। लेकिन हकीकत में ईवीएम पर अरविंद डामोर का नाम है वो भी कांग्रेस के चुनाव चिन्ह के साथ। इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस ने अरविंद डामोर को छह साल के लिए निकाल दिया है। बांसवाड़ा से चुनाव लड़ने या न लड़ने की बात पर कांग्रेस के दो गुट बन गए है। इस लोकसभा सीट में बांसवाड़ा और डूंगरपुर विधानसभा के इलाके आते है। डूंगरपुर के कांग्रेस नेता नाम वापिस लिए जाने के खिलाफ थे। लेकिन बांसवाड़ा के नेता नाम वापसी के लिए अरविंद की राह देखते रह गए। आज स्थिति यह है कि कांग्रेस का एक गुट भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार राज कुमार रोट के साथ चल रहा है। यह कांग्रेसी बोल रहे है कि हमे वोट नहीं देना। दूसरा धड़ा कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद डामोर के साथ घर घर जाकर वोट मांग रहा है।

इस नाटक के बाद बांसवाड़ा से कुल आठ उम्मीदवार मैदान में रह गए है जिनमे बीजेपी के महेंद्रजीत सिंह मालविया, कांग्रेस के अरविंद डामोर, भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार    रोट, बसपा के दलीप मीणा प्रमुख है।  दो आजाद उम्मीदवार भी मैदान में है जिनका नाम राज कुमार है। चुनाव मैदान में अरविंद डामोर की मोजुदगी और कांग्रेस की फूट बीजेपी उम्मीदवार महेंद्रजीत के लिए फायदे का सबब बन सकती है। हमनाम आजाद उम्मीदवारों का नुकसान भी आदिवासी पार्टी के राज कुमार रोट को उठाना पड़ेगा। कांग्रेस ने बीजेपी को मुश्किल में डालने के लिए बांसवाड़ा से हटने का निर्णय किया था। लेकिन भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन का दांव कांग्रेस के जी का जंजाल बनता दिख रहा है।